➣ रीटा बहन (लंदन) का पॉवर ऑफ़ साकाश टीम से जुड़ने के बाद का अनुभव :-
- मैं ब्रह्माकुमारीज़ से सितम्बर 2015 से जुडी हूँ। मैं इस दुनिया की चकाचोंध में ग़ुम हो गई थी । पर अब बाबा की मदद से इस चकाचोंध से बाहर आ गई हूँ ।सकाश टीम से भेजे गए सारे मैसेज तो इतने अच्छे होते है के वह मन को शान्त और बाबा को याद रखने के लिए बहुत मदद करते है। कुछ गीत बहुत अच्छे होते है और मैं उनको मैडिटेशन के लिए अमृतवेला और नुमाशाम के लिए इस्तेमाल करती हूँ ।
- मेरे रोज की दिनचर्या बहुत बदल गई है और इतनी अच्छी बदली हुई है कि अभी मेरे दिमाग में व्यर्थ संकल्प बिल्कुल भी नही चलते। मैं सब का बहुत धन्यवाद करती हूँ दिल से। मेरा शत शत प्रणाम है, उस हर एक आत्मा को जो हम में अच्छा बदलाव लाने के लिए इतना कुछ कर रहे है। मैं चाहती हूँ बाबा भी मुझे शक्ति दे के मैं भी औरों की मदद कर सकूँ और यही मेरा लक्ष्य । एक बार फिर से धन्यवाद।
➣ रीतांशु भाई (शुजालपुर) का पॉवर ऑफ़ साकाश टीम से जुड़ने के बाद का अनुभव :-
- मेरे बड़े भैया ज्ञान में नहीं चलते है और मैं यहाँ मुम्बई में मुलुंड सर्वोदया नगर के सेंटर पे जाता हूँ मुरली सुनने । यहा मैं गर्मी की छुटी के लिए आया हूँ । कल भांडुप में बह्मा भोजन था । ये बात हमे दो दिन पहले बताई गई थी । भैया सेंटर तो जाने देते है पर और कही जाने के लिये मना करते है । तो मैंने उनको दो दिन बहुत अच्छे से सकाश दिया । फिर मैंने उनसे बोला की हमारा आज बह्मा भोजन है । तो उन्होंने कोई मना ही नहीं किया और जाने दिया।
- सकाश का एक और परिणाम ये था की उन्होंने बोला की अगर तू IIT की परीक्षा क्लियर कर लेता है तो मैं भी बाबा का बच्चा बन जाऊंगा। तो शिव बाबा और आप सभी पॉवर ऑफ़ सकाश टीम के भाई बहन की बदौलत उस आत्मा को ज्ञान में लाना ही है।
थैंक्यू बाबा