➣ पूनम कुंद्रा (जालंधर) का पॉवर ऑफ़ साकाश टीम से जुड़ने के बाद का अनुभव :-
♕ मैं आठ साल से ज्ञान में चल रही हूँ। छः सदस्य के परिवार में केवल मैं ही ज्ञान में हूं। मैं मुरली नियमित पढ़ती हूँ और मैडिटेशन भी करती हूँ। अपनी अच्छी अडोल स्थिति का अनुभव बताना चाहती हूँ। कुछ समय पूर्व हमारी फैक्टरी में आग लग गई।रात के नो बजे पता लगने पर मेरा पती और बेटा फैक्टरी गऐ। इस दौरान मेरे मन मैं संकल्प आया की कोई मेरा कर्म भोग कट रहा है और हम बाबा के बच्चे है बाबा देखेगा।
♕ दमकल की दस गाडियो की मदद से तीन घण्टे बाद आग पर काबू पा लिया गया। वो शेड पूरा जल गया। जब पति घर आये तो परमात्मा का शुक्रिया कर रही थी की आस पास इतना सामान था यदि उसे आग लग जाती तो शायद पूरी फैक्टरी खत्म हो जाती। बाबा ने बचा लिया। अगले दिन सबको अख़बार सहित पता लग गया तो लोग हाल पूछने आने लगे। उनको हाल बताया मैं मन में नाच रही थी क्योंकि बाबा ने मुझे अचल अडोल स्थिति का अनुभव करवा दिया।
♕ पूरी परिस्थिति के दौरान मुझे कोई नेगेटिव विचार नहीं आया और मैं स्टेबल रही और ड्रामा पर निश्चय रहा। मुझे नुक्सान से ज्यादा इस बात की ख़ुशी हो रही थी की जो पेपर मेरे सामने आया मैं उस में पास हो गई। मन यही गाता जा रहा था, मैं पास हो गई। परिणाम यही हुआ की अगले दिन जब मशीन खोली तो पता लगा की सब रिपेयर हो जायेगी। कोई भी मशीन नई नहीं लानी पड़ी। 15 दिन में ही सब रिपेयर हो गया और काम चालू हो गया। इन्सुरेंस वाले आये आप क्लेम लो पर मेरे पति ने मना कर दिया की मेरा कोई भुगतान बाकि था पूरा हुआ।
♕ शुक्रिया बाबा का जो मुझे पॉवर ऑफ़ सकास टीम का साथ जुड़ने का अवसर मिला। मैं पूरी कोशिश करती हूँ कि सब फॉलो करू। अमृतवेला और नुमाशाम भी।टीम से जुड़ने से और भी बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है।